जैन परम्परा में सोलह सतियों का नाम बहुत लोकप्रिय है। लाखों लोग एक विशेष मंत्र की भांति इन नामों का उच्चारण करते हैं। इन नामों को आत्म साक्षात्कार का साधन मानते हैं। साध्वीश्री निर्वाणश्रीजी द्वारा लिखित इस पुस्तक में एक कहानी एवं काल्पनिक कथानक से जैन साहित्य आधारित सोलह सतियों का जीवन चक्र प्रस्तुत किया गया है।