स्वस्थ रहने का संकल्प रोग-प्रतिरोधक शक्ति को सबल बनाता है। मैं स्वस्थ रह सकता हूं और जब चाहूं तब स्वस्थ रह सकता हूं इस प्रतीति के पीछे कुछ रहस्य छिपे हुए हैं। उन्हें समझे बिना स्वस्थ्य रहने की संकल्पना अधूरी है। एक व्यक्ति अपने स्वास्थ्य की देखभाल कैसे कर सकता है को जानने के लिए पढ़े:- आचार्य महाप्रज्ञ की महत्वपूर्ण कृति तुम स्वस्थ रह सकते हो